ग़म-ए-इमरोज़ का गिला क्यों हो By Sher << मेरा पिंजरा खोल दिया है त... तस्वीर-ए-रू-ए-यार दिखाना ... >> ग़म-ए-इमरोज़ का गिला क्यों हो हुस्न-ए-फ़र्दा मिरी निगाह में है Share on: