तस्वीर-ए-रू-ए-यार दिखाना बसंत का By बसंत, Sher << ग़म-ए-इमरोज़ का गिला क्यो... कारवाँ से जो भी बिछड़ा गर... >> तस्वीर-ए-रू-ए-यार दिखाना बसंत का अटखेलियों से दिल को लुभाना बसंत का Share on: