गर शैख़ ने आह की तो मत भूल By Sher << गिरफ़्तारी की लज़्ज़त और ... दुख़्तर-ए-रज़ मत कहो नापा... >> गर शैख़ ने आह की तो मत भूल दिल में पत्थर के भी शरर है Share on: