गहरे समुंदरों में उतरने की ले के आस By Sher << अहबाब से रखता हूँ कुछ उम्... ऐसे खोए सहर के दीवाने >> गहरे समुंदरों में उतरने की ले के आस बैठे हुए है एक किनारे हमारे ख़्वाब Share on: