गो अपने हज़ार नाम रख लूँ By Sher << है आज ये गिला कि अकेला है... बार-हा देखी हैं उन की रंज... >> गो अपने हज़ार नाम रख लूँ पर अपने सिवा मैं और क्या हूँ Share on: