गो मुझे एहसास-ए-तन्हाई रहा शिद्दत के साथ By Sher << शागिर्द हैं हम 'मीर&#... मिरे सवाल-ए-विसाल पर तुम ... >> गो मुझे एहसास-ए-तन्हाई रहा शिद्दत के साथ काट दी आधी सदी एक अजनबी औरत के साथ Share on: