शागिर्द हैं हम 'मीर' से उस्ताद के 'रासिख़' By Sher << वो अहल-ए-कहफ़ थे जिन को ज... गो मुझे एहसास-ए-तन्हाई रह... >> शागिर्द हैं हम 'मीर' से उस्ताद के 'रासिख़' उस्तादों का उस्ताद है उस्ताद हमारा Share on: