गुल हुए ग़र्क़ आब-ए-शबनम में By Sher << इश्क़ गोरे हुस्न का आशिक़... है ख़ुशी अपनी वही जो कुछ ... >> गुल हुए ग़र्क़ आब-ए-शबनम में देख उस साहिब-ए-हया की अदा Share on: