इश्क़ गोरे हुस्न का आशिक़ के दिल को दे जला By Sher << चराग़-ए-का'बा-ओ-दैर ए... गुल हुए ग़र्क़ आब-ए-शबनम ... >> इश्क़ गोरे हुस्न का आशिक़ के दिल को दे जला साँवलों के आशिक़ों का दिल है काला कोएला Share on: