हाथ जो खोला तो बच्चा रो पड़ा By Sher << लफ़्ज़ जब तक वुज़ू नहीं क... कुछ मज़ाहिर हैं जो नगर मे... >> हाथ जो खोला तो बच्चा रो पड़ा बंद मुट्ठी में कोई सिक्का न था Share on: