लफ़्ज़ जब तक वुज़ू नहीं करते By Sher << आग थे इब्तिदा-ए-इश्क़ में... हाथ जो खोला तो बच्चा रो प... >> लफ़्ज़ जब तक वुज़ू नहीं करते हम तिरी गुफ़्तुगू नहीं करते Share on: