हादिसा भी होने में वक़्त कुछ तो लेता है By Sher << कब तक इन आवारा मौजों का त... लाख कहते रहें ज़ुल्मत को ... >> हादिसा भी होने में वक़्त कुछ तो लेता है बख़्त के बिगड़ने में देर कुछ तो लगती है Share on: