है मश्क़-ए-सुख़न जारी चक्की की मशक़्क़त भी By Sher << है वहाँ शान-ए-तग़ाफ़ुल को... है इंतिहा-ए-यास भी इक इब्... >> है मश्क़-ए-सुख़न जारी चक्की की मशक़्क़त भी इक तुर्फ़ा तमाशा है 'हसरत' की तबीअत भी Share on: