हैं मिरी राह का पत्थर मिरी आँखों का हिजाब By Sher << हम कि अपनी राह का पत्थर स... बिखर गया तो मुझे कोई ग़म ... >> हैं मिरी राह का पत्थर मिरी आँखों का हिजाब ज़ख़्म बाहर के जो अंदर नहीं जाने देते Share on: