हैं सौ तरीक़े और भी ऐ बे-क़रार दिल By Sher << हँसी आने की बात है हँस रह... गुलों से खेल रहे हैं नसीम... >> हैं सौ तरीक़े और भी ऐ बे-क़रार दिल इज़हार-ए-शिकवा शिकवे के अंदाज़ में न हो Share on: