हैं यादगार-ए-आलम-ए-फ़ानी ये दिनों चीज़ By Sher << लज़्ज़त-ए-दर्द-ए-हब्बत नह... नमक-ए-हुस्न का सुनता हूँ ... >> हैं यादगार-ए-आलम-ए-फ़ानी ये दोनों चीज़ उस की जफ़ा और अपनी वफ़ा लिख रखेंगे हम Share on: