हज़ारों चाँद सितारे चमक गए होते By Sher << कुछ ऐसी पिला दे मुझे ऐ पी... उस के मिलने पे भी महसूस ह... >> हज़ारों चाँद सितारे चमक गए होते कभी नज़र जो तिरी माइल-ए-करम होती Share on: