हालात से ख़ौफ़ खा रहा हूँ By Sher << ज़िंदगी में पहले इतनी तो ... ऐसी हवा बही कि है चारों त... >> हालात से ख़ौफ़ खा रहा हूँ शीशे के महल बना रहा हूँ Share on: