हल्क़ा-ए-ज़ंजीर से निकला न ये पा-ए-जुनूँ By Sher << लुत्फ़ दूना हो जो दोनों घ... नासेह बग़ल में आ कर दुश्म... >> हल्क़ा-ए-ज़ंजीर से निकला न ये पा-ए-जुनूँ ग़म नहीं बाहर गया गो हल्क़ा-ए-इस्लाम से Share on: