नासेह बग़ल में आ कर दुश्मन हुआ हमारा By Sher << हल्क़ा-ए-ज़ंजीर से निकला ... तुम्हारी आरज़ू में मैं ने... >> नासेह बग़ल में आ कर दुश्मन हुआ हमारा जाएगा कब इलाही मज्लिस से ख़ार दिल का Share on: