हम जो अब आदमी हैं पहले कभी By Sher << काग़ज़ की कश्तियाँ भी बहु... चलता हूँ थोड़ी दूर हर इक ... >> हम जो अब आदमी हैं पहले कभी जाम होंगे छलक गए होंगे Share on: