काग़ज़ की कश्तियाँ भी बहुत काम आएँगी By Sher << उस बुत का कूचा मस्जिद-ए-ज... हम जो अब आदमी हैं पहले कभ... >> काग़ज़ की कश्तियाँ भी बहुत काम आएँगी जिस दिन हमारे शहर में सैलाब आएगा Share on: