हमें रंजिश नहीं दरिया से कोई By Sher << इश्क़ में क्या नुक़सान नफ... दश्त ओ दर ख़ैर मनाएँ कि अ... >> हमें रंजिश नहीं दरिया से कोई सलामत गर रहे सहरा हमारा Share on: