हमें तो इस लिए जा-ए-नमाज़ चाहिए है By वजूद, Sher << देखना ज़ोर ही गाँठा है दि... हम लोग तो अख़्लाक़ भी रख ... >> हमें तो इस लिए जा-ए-नमाज़ चाहिए है कि हम वजूद से बाहर क़याम करते हैं Share on: