हर चेहरा हर रंग में आने लगता है By Sher << हम फ़ना-नसीबों को और कुछ ... दर्द-ए-दिल बाँटता आया है ... >> हर चेहरा हर रंग में आने लगता है पेश-ए-नज़र यादों के अल्बम होते हैं Share on: