हर्फ़ को लफ़्ज़ न कर लफ़्ज़ को इज़हार न दे By Sher << आई जब उन की याद तो आती चल... देखो ऐसा अजब मुसाफ़िर फिर... >> हर्फ़ को लफ़्ज़ न कर लफ़्ज़ को इज़हार न दे कोई तस्वीर मुकम्मल न बना उस के लिए Share on: