'हसन-जमील' तिरा घर अगर ज़मीन पे है By Sher << कितनी बे-रंग थी दुनिया मि... अभी वो ख़ुद को ही देखे जा... >> 'हसन-जमील' तिरा घर अगर ज़मीन पे है तो फिर ये किस लिए गुम आसमान में तू है Share on: