हवस का रंग चढ़ा उस पे और उतर भी गया By Sher << हुआ जो सहल उस के घर का रा... हर एक लम्हा सरों पे है सा... >> हवस का रंग चढ़ा उस पे और उतर भी गया वो ख़ुद ही जम्अ हुआ और ख़ुद बिखर भी गया Share on: