हवा गुम-सुम खड़ी है रास्ते में By Sher << चिलचिलाती-धूप थी लेकिन था... ग़म ओ नशात की हर रहगुज़र ... >> हवा गुम-सुम खड़ी है रास्ते में मुसाफ़िर सोच में डूबा हुआ है Share on: