हिजाब-ए-अब्र रुख़-ए-महताब से छलका By Sher << नुमूद-ए-रंग-ओ-बू ने मार ड... आप कहें तो तीन ज़माने एक ... >> हिजाब-ए-अब्र रुख़-ए-महताब से छलका वो अपने चेहरे से पर्दे को जब हटाने लगा Share on: