हिज्र को हौसला और वस्ल को फ़ुर्सत दरकार By जवानी, मोहब्बत, इश्क़, Sher << दीन ओ दुनिया का जो नहीं प... इस शहर के लोगों पे भरोसा ... >> हिज्र को हौसला और वस्ल को फ़ुर्सत दरकार इक मोहब्बत के लिए एक जवानी कम है Share on: