हो रूह के तईं जिस्म से किस तरह मोहब्बत By Sher << तुफ़ैल-ए-रूह मिरा जिस्म-ए... शब को मिरा जनाज़ा जाएगा य... >> हो रूह के तईं जिस्म से किस तरह मोहब्बत ताइर को क़फ़स से भी कहीं हो है मोहब्बत Share on: