हुजूम-ए-अश्क में मिलता नहीं दिल By Sher << ये दाग़ नहीं तन पर मैं दे... दर्द-ओ-ग़म को भी है नसीबा... >> हुजूम-ए-अश्क में मिलता नहीं दिल मिरा यूसुफ़ है गुम इस कारवाँ में Share on: