ये दाग़ नहीं तन पर मैं देखने को तेरे By Sher << ये हवा कैसे उड़ा ले गई आँ... हुजूम-ए-अश्क में मिलता नह... >> ये दाग़ नहीं तन पर मैं देखने को तेरे ऐ रंग-ए-गुल-ए-ख़ूबी आँखें हूँ लगा लाया Share on: