हम अपने आप से भी हम-सुख़न न होते थे By Sher << जब बच्चों को देखता हूँ तो... हर एक साज़ को साज़िंदगाँ ... >> हम अपने आप से भी हम-सुख़न न होते थे कि सारी मुश्किलें आसान में पड़ी हुई थीं Share on: