हम रोने पे आ जाएँ तो दरिया ही बहा दें By Sher << कभी ख़ुद पे कभी हालात पे ... माँ ख़्वाब में आ कर ये बत... >> हम रोने पे आ जाएँ तो दरिया ही बहा दें शबनम की तरह से हमें रोना नहीं आता Share on: