कभी ख़ुद पे कभी हालात पे रोना आया By Sher << ज़ाहिद मिरी समझ में तो दो... हम रोने पे आ जाएँ तो दरिय... >> कभी ख़ुद पे कभी हालात पे रोना आया बात निकली तो हर इक बात पे रोना आया Share on: