हुस्न को चाँद जवानी को कँवल कहते हैं By Sher << जान हम कार-ए-मोहब्बत का स... बस नहीं चलता जो उस दम उन ... >> हुस्न को चाँद जवानी को कँवल कहते हैं उन की सूरत नज़र आए तो ग़ज़ल कहते हैं Share on: