जान हम कार-ए-मोहब्बत का सिला चाहते थे By Sher << धड़कने लगा दिल नज़र झुक ग... हुस्न को चाँद जवानी को कँ... >> जान हम कार-ए-मोहब्बत का सिला चाहते थे दिल-ए-सादा कोई मज़दूर है उजरत कैसी Share on: