'माजिद' ख़ुदा के वास्ते कुछ देर के लिए By Sher << हुस्न ऐसा कि ज़माने में न... इस गुलशन-ए-हस्ती का हर रं... >> 'माजिद' ख़ुदा के वास्ते कुछ देर के लिए रो लेने दे अकेला मुझे अपने हाल पर Share on: