इबरत-आबाद भी दिल होते हैं इंसानों के By Sher << दिल की बुनियाद पे ता'... इस फ़ैसले से ख़ुश हैं अफ़... >> इबरत-आबाद भी दिल होते हैं इंसानों के दाद मिलती भी नहीं ख़ूँ-शुदा अरमानों की Share on: