वो कहते हैं कि 'राग़िब' तुम नहीं रखते ख़याल अपना By Sher << नतीजा एक सा निकला दिमाग़ ... ये चादर एक अलामत बनी हुई ... >> वो कहते हैं कि 'राग़िब' तुम नहीं रखते ख़याल अपना मैं कहता हूँ कि हर दम फ़िक्र दामन-गीर किस की है Share on: