इज़हार की ये भी सूरत थी By Sher << हज़ारों पैकर-ए-उम्मीद नज़... अंधेरे का तसव्वुर क्या है... >> इज़हार की ये भी सूरत थी ख़ामोशी को फ़रियाद किया Share on: