इजाज़त हो तो मैं तस्दीक़ कर लूँ तेरी ज़ुल्फ़ों से By ज़िंदगी, इजाज़त, साक़ी, ज़ुल्फ़, Sher << घर में कुछ कम है ये एहसास... गिरह से कुछ नहीं जाता है ... >> इजाज़त हो तो मैं तस्दीक़ कर लूँ तेरी ज़ुल्फ़ों से सुना है ज़िंदगी इक ख़ूबसूरत दाम है साक़ी Share on: