घर में कुछ कम है ये एहसास भी होता है 'सलीम' By Sher << खुली जो आँख तो महशर का शो... इजाज़त हो तो मैं तस्दीक़ ... >> घर में कुछ कम है ये एहसास भी होता है 'सलीम' ये भी खुलता नहीं किस शय की कमी लगती है Share on: