इक ज़लज़ले के शोर में सब लोग दब गए By Sher << किस से करूँ मैं अपनी तबाह... निशान-ए-'मीर' है ... >> इक ज़लज़ले के शोर में सब लोग दब गए हो अब बयाँ तबाही की तफ़्सील किस तरह Share on: