इक तेज़ राद जैसी सदा हर मकान में By Sher << ज़रा सी बात नहीं है किसी ... सो जाता है फ़ुटपाठ पे अख़... >> इक तेज़ राद जैसी सदा हर मकान में लोगों को उन के घर में डरा देना चाहिए Share on: