इस दश्त में ऐ सैल सँभल ही के क़दम रख By Sher << जिस सर को ग़ुरूर आज है या... होगा किसी दीवार के साए मे... >> इस दश्त में ऐ सैल सँभल ही के क़दम रख हर सम्त को याँ दफ़्न मरी तिश्ना-लबी है Share on: