इस गए साल बड़े ज़ुल्म हुए हैं मुझ पर By Sher << चलो मय-कदे में बसेरा ही क... यूँही बेकार मैं पड़ा ख़ुद... >> इस गए साल बड़े ज़ुल्म हुए हैं मुझ पर ऐ नए साल मसीहा की तरह मिल मुझ से Share on: