इस शान का आशुफ़्ता-ओ-हैराँ न मिलेगा By Sher << पिछले बरस भी बोई थीं लफ़्... कहाँ बच कर चली ऐ फ़स्ल-ए-... >> इस शान का आशुफ़्ता-ओ-हैराँ न मिलेगा आईने से फ़ुर्सत हो तो तस्वीर-ए-'सबा' देख Share on: